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Kundli Milan Hindi

कुल 36 गुणों में से 18 से 21 गुण मिलने पर मिलान ठीक माना जाता है. इससे ज्यादा गुण मिलने पर उसे शुभ विवाह मिलान कहते हैं. किसी भी वर और वधु का 36 गुण मिलना अत्यंत ही दुर्लभ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीराम और सीता जी के ही 36 गुण मिले थे.

Gun Milan कुंडली मिलान कैसे करें?

मिनटों में मिलाएँ कुंडली बिलकुल मुफ्त : कुंडली मिलान कैसे करें इस वीडियो में आप जान पाएंगे कि महज़ कुछ मिनटों में आप कैसे कुंडली मिलान कर सकते हैं। तो ख़ुद से कुंडली मिलान करने के लिए अभी यह वीडियो पूरा देखें।

नाम से कुंडली कैसे मिलाए?

कुंडली मिलान के लिए एक ही नाम का उपयोग किया जाता है और इस प्रक्रिया को नाम से कुंडली मिलन कहा जाता है।

विवाह की कुंडली कैसे मिलाए?

कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों की गणना मान्‍यता है कि यदि भावी वर-वधू की कुंडली में यह योग बनता है तो दोनों का वैवाहिक जीवन कलहपूर्ण होगा। इसे देखने के लिए कुंडली में देखा जाता है कि कहीं वर और वधू की राशि एक दूसरे से छठी या आठवीं तो नहीं है। यदि यह स्थिति बने तो भकूट दोष माना जाता है, जो कि व‍िवाह के लिए शुभ नहीं होता।

क्या कुंडली मिलन मायने रखता है?

उत्तर: हाँ, बहुत । बाद के विवाहों के लिए कुंडली मिलन पहली शादी से भी अधिक महत्वपूर्ण है।

शादी के लिए कितने अंक अच्छे हैं

25 से 32 पहलुओं का मेल एक बहुत अच्छा मेल माना जाता है, जिसमें जोड़े की संभावनाओं के साथ एक बहुत ही खुशहाल शादी का आश्वासन दिया जाता है। यदि 33 और अधिक पहलू मेल खाते हैं, तो ऐसी जोड़ी को पृथ्वी पर सबसे अच्छा माना जाता है और एक साथ आने वाले व्यक्तियों के लिए एक उत्कृष्ट वैवाहिक मिलन का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

नाम से शादी के गुण कैसे मिलाए?

क्या नाम से गुण मिलान मुमकिन है? नाम के अनुसार कुंडली मिलान का अर्थ होता है कि लड़का और लड़की दोनों के नाम का नक्षत्रों के हिसाब से गुण मिलान करना। इसमें दोनों के नाम से पता लगाया जाता है कि उनके कितने गुण मिल रहे हैं और इनकी शादी कैसी निभेगी। गणना के अनुसार 36 गुण मिलने पर विवाह के लिए शुभ संकेत माना जाता है।

36 गुण कौन कौन से हैं?

कुंडली मिलान के लिए 36 गुण इसमें नाड़ी के 8 गुण, भकूट के 7 गुण, गण मैत्री के 6 गुण, ग्रह मैत्री के 5 गुण, योनि मैत्री के 4 गुण, ताराबल के 3 गुण, वश्य के 2 गुण और वर्ण के 1 गुण का मिलान होता है. इस प्रकार से कुल 36 गुण होते हैं.

नाड़ी दोष कब नहीं माना जाता?

इसलिए गुण मिलवाते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए खास तौर पर यह देखना चाहिए कि पति पत्नी दोनों की नाड़ी एक नहीं हो। ज्योतिषशास्त्र में तीन नाड़ियों का जिक्र किया है आदि, मध्य और अन्त्य। आचार्य वाराहमिहिर कहते हैं कि यदि वर और कन्या दोनों की नाड़ी आदि होती है तो रिश्ता अधिक समय तक कायम नहीं रह पाता है।

28 गुण क्या है?

पंडित जी बताते हैं कि, पंडित जी कहते हैं, “कुंडली में गण के 6, गृहमैत्री के 5 , नाड़ी के 8, वैश्‍य के 2, वर्ण का 1, योनी के 4, तारा के 3 और भकूट के 7 गुणों को मिलाकर टोटल 36 गुण होते हैं। इनमें से 28 गुणों का मिलना सबसे अच्‍छा माना जाता है, अगर 18-25 गुण भी मिल रहे हैं तो भी शादी सफल हो सकती है।

मेरी जन्म कुंडली में क्या लिखा है?

जन्मकुंडली वह पत्री है जिसमें आपके जन्म के समय आकाश मंडल में जो ग्रह, नक्षत्र व राशियों की स्थिति है, उन्हे दर्शाया जाता है। कुंडली में बारह खाने होते हैं और इन खानों में राशियां और ग्रह बैठे होते हैं जिनके माध्यम से व्यक्ति के भाग्य की गणना की जाती है। कुंडली में जो नंबर होते हैं वे राशियों को दर्शाते हैं।

कुंडली में विवाह कैसे चेक करें?

तुला, मीन, वृश्चिक या 5वें, 7वें, 8वें और 2वें भाव में राहु और शुक्र की युति इस बात का प्रबल संकेत देती है कि जातक का प्रेम विवाह होगा । साथ ही यदि लग्नों की बात करें तो कुंडली में अरुधा लग्न और उपपाद लग्न का योग प्रेम विवाह की संभावना को बढ़ाता है।

शादी के लिए 36 गुण कैसे चेक करें?

ध्यान दें कि अष्टकूट मिलान के तहत अंकों की कुल संख्या 36 गुण बनाती है । नाडी : 8 अंक भकूट : 7 अंक गण : 6 अंक मैत्री : 5 अंक योनी : 4 अंक तारा : 3 अंक वास्या : 2 अंक वर्ण : 1 अंक । इसलिए गणों की कुल संख्या 36 है। 36 गुणों में से, विवाह की स्वीकृति के लिए कम से कम 18 का मिलान होना चाहिए।

32 गुण कौन कौन से हैं?

32 गुण क्या होते हैं? - Quora. कुंडाली मिलान को बुलाया जाता है क्योंकि गुण मिलान शादी संगतता का पता लगाने में पहला कदम है। गुण मिलान वैदिक परंपरा के ज्योतिष ग्रंथों में दिए गए विस्तृत दिशानिर्देशों के अनुसार होता है। गुण मिलान पक्षी और दुल्हन के बीच के रिश्ते की स्थिरता और दीर्घायु को निर्धारित करने में मदद करता है।

नाड़ी दोष कैसे कटता है?

  1. अगर लड़का-लड़की दोनों का जन्म एक ही नक्षत्र के अलग-अलग चरणों में हुआ हो तो नाड़ी दोष नहीं माना जाता है।
  2. अगर दोनों की जन्म राशि एक हो और नक्षत्र अलग-अलग हों तो नाड़ी दोष नहीं माना जाता है।
  3. दोनों का जन्म नक्षत्र एक हो और जन्म राशियां अलग हों तो नाड़ी दोष खत्म हो जाता है।

जन्म तारीख से गुण मिलान कैसे करें?

अंक ज्योतिष में मूलांक अंक विज्ञान के अनुसार हमारे जन्म की तारीख की संख्या के कुल योग को मूलांक कहते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि किसी जातक का जन्म 24 तारीख़ को हुआ हो, तो उसका मूलांक 2+4=6 होगा। यदि किसी जातक का जन्म 19 या 28 तारीख़ को हुआ है तो इन तीनों संख्या का योग क्रमशः 1+9=10 और 2+8=10 होगा।

वर वधू की नाड़ी एक हो तो आगे क्या समस्या आ सकती है?

-यदि दोनों की जन्‍मराशि एक हो और नक्षत्र अलग-अलग हों तो वर-वधू की नाड़ी एक होने के पश्चात भी नाड़ी दोष नहीं बनता। -दोनों का जन्‍म नक्षत्र एक हो और लेकिन जन्‍म राशियां अलग-अलग होने पर वर-वधू की नाड़ी एक होने के पश्चात भी नाड़ी दोष नहीं बनता।

नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे करें?

नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे करें ऑनलाइन सबसे पहले अपने मोबाइल में ब्राउजर ओपन करे और www.mpanchang.com टाइप करके सर्च करे। इसके बाद एक नया पेज ओपन होगा। उसमे आपको kundali matching का ऑप्शन बाए साइड मिलेगा उस पर क्लिक करे। इसके बाद आप अपना Name, Date of birth, Birth Time, Birth City टाइप करे।

कुंडली से जाने कब होगा विवाह फ्री?

कुंडली में सप्तम भाव बनाता है विवाह का योग ज्योतिष भाव के अनुसार जिस वर्ष शनि और गुरु दोनों सप्तम भाव या लग्न को देखते हों, तब विवाह के योग बनते हैं। सप्तमेश की महादशा-अंतर्दशा या शुक्र-गुरु की महादशा-अंतर्दशा में विवाह का प्रबल योग बनता है।

अंक ज्योतिष से जाने शादी कब होगी?

यदि शुक्र, गुरु या चन्द्र आपकी कुंडली के सातवें घर में हैं तो 24- 25 की उम्र में शादी होने की प्रबल संभावना रहती है।

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